बेटियाँ और बहनें स्वर्ग के रास्ते हैं बेटियाँ और बहनें स्वर्ग के रास्ते हैं। "जिसको दो या तीन बेटियाँ या बहनें हैं, वह अगर उनको श्रद्धा से देखभाल और पालन पोषण करें तो उनके लिए स्वर्ग है।" पैगंबर मोहम्मद ﷺ
हदीस क्या है ? हदिस का परिचय और हदीस पर… हदीस क्या है - हदिस का परिचय ? पवित्र क़ुरआन के बाद मुसलमानों के पास इस्लाम का दूसरा शास्त्र अल्लाह के रसूल मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की कथनी और करनी है जिसे हम हदीस और सीरत के नाम से जानते हैं। हदिस की परिभाषाः हदीस का शाब्दिक अर्थ है:…
मजलूम की बद्दुवा से बचो रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “ऐसे शख्स की बद्दुआ से बचो जिस पर जुल्म किया गया हो, इस लिए के उसकी बद्दुआ और अल्लाह के दर्मियान कोई आड़ नहीं होती है।” 📕 तिर्मिज़ी : २०१४
नाफ़र्मानों से नेअमतें छीन ली जाती हैं कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है : "वह नाफरमान लोग कितने ही बाग, चश्मे, खेतियाँ और उम्दा मकानातऔर आराम के सामान जिन में वह मजे किया करते थे, (सब) छोड़ गए, हम ने इसी तरह किया और उन सब चीज़ों का वारिस एक दूसरी कौम को बना दिया।फिर उन लोगों…
क्या वह लोग नहीं देखते कि हर साल मुसीबत… हर साल मुसीबत में मुबितला किए जाते हैं - ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ " क्या वह लोग (इतना भी) नहीं देखते कि हर साल एक मरतबा या दो मरतबा बला (मुसीबत) में मुबितला किए जाते हैं फिर भी न तो ये लोग तौबा ही करते हैं और न नसीहत ही मानते…
दुनिया की चीजें खत्म होने वाली हैं दुनिया की चीजें खत्म होने वाली हैं कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जो कुछ तुम्हारे पास (दुनिया में) है वह (एक दिन) खत्म हो जाएगा और जो अल्लाह तआला के पास है वह हमेशा बाकी रहने वाली चीज़ है।” 📕 सूरह नहल: ९६
क्या आप जानते हैं कि सुअर का मांस हराम… इस्लाम में सुअर का माँस खाना वर्जित(हराम) होने की बात से सभी परिचित हैं। निम्नलिखित तथ्यों द्वारा इस प्रतिबन्ध की व्याख्या की गई है। 1). सुअर के मांस का निषेध पवित्र कुरआन में: पवित्र क़ुरआन में कम से कम चार स्थानों पर सुअर का मांस खाने की मनाही की गई…
सताए हुए की आह से बचो सताए हुए की आह से बचो पैग़म्बर मुहम्मद (ﷺ) ने फ़रमाया: "सताए हुए की आह से बचो, क्यूंकि उसके और अल्लाह के मध्य कोई रुकावट नहीं होती।" 📕 बुख़ारी
अल्लाह ही रोजी तकसीम करता हैं क़ुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “दुनियवी जिंदगी में उन की रोज़ी हम ने ही तकसीम कर रखी है और एक को दूसरे पर मर्तबा के एतबार से फज़ीलत दे रखी है ताकि एक दूसरे से काम लेता रहे।” 📕 सूर-ए-जुखरुफ़ :३२
1 thought on “शराब से बचो वो हर बुराई की चाबी है: हदीस”
Bahut he khub dini talimat hai